आदरणीय जन-समुदाय,सारे विकल्प, सारे रास्ते बन्द हो चुके हैं | हम सबनें देख ही लिया है : गजेन्दर बाबू से लेकर उपेन्दर बाबू तक वर्षों वर्ष हमनें आन्दोलन किया, पिछले साल ५ महिने तक नाकाबंदी भी किया,१०० से अधिक मधेशियों का प्राण केवल पिछले ०६३/६४ से अभीतक शान्तिपूर्ण आन्दोलन में गवाएँ हैं | ५०औं बार बार्ता हुआ,सम्झौता हुई | कभी २२ बुँदे,कभी १२ बुँदे, कभी ११ बुँदे, कभी ८ बुँदे, कभी ४ बुँदे, कभी ३ बुँदे परंतु सदैव मिला मधेशियों को शुन्य और धोखा |हमारे मधेशी मोर्चा कमसे कम खुद मधेशी होकर, मधेशी मुद्दे उठाकर,मधेशी भुमिपर रहकर आन्दोलन करते हुए कड़ा संघर्ष करते रहे लेकिन काँग्रेस, एमाले और माओवादी जैसे पार्टियों में रहे हमारे नेताजी तो सदैव मधेशी मौत का तमाशा ही देखते रहे हैं |
अब और ईन्तजार हमारे लिए उचित नहीं | अब कोई बुँदा नहीं, कोई वार्ता नहीं, कोई सम्झौता नहीं, कोई धोखाधड़ी नहीं केवल १ बुँदा :
"आजाद़ मधेश, मधेशियों का अपना देश !"
आजादी हमारे लिए होगी, हमारे बच्चों के लिए होगी | एकभी मधेशी गुलाम नहीं रहेगी, जो बच्चा कल आनेवाले हैं, वह भी आजाद़ मधेश की भूमि पर स्वतन्त्र मधेशी नागरिक के रूपमें खुली हावा में पैदा होगी |इसलिए ईसमें कोई धोखा नहीं, कोई विश्वासघात नहीं | आजाद़ी आन्दोलन कोई सांसद, मंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति के लिए नहीं है जो किसीको धोखा मिले या केवल नेतागण एवं कार्यकर्ताओं को ही मिले |आजाद़ी आन्दोलन तो स्वतन्त्र नागरिक बननेका आन्दोलन है | आजाद़ मधेश हुआ तो एक समान हम सब आजाद़ होंगे |अत: अब मधेशियों को भीख नहीं, केवल आजाद़ी चाहिए | अब कोई धोखाधड़ी नहीं वास्तविक मानवीय हक और अधिकार चाहिए |
• हमें करना क्या है ?
आजाद़ी आन्दोलन नेताओं का आन्दोलन नहीं है | यह कार्यकर्ताओं का आन्दोलन भी नहीं है | यह आपका आन्दोलन है | सारे मधेशियों का आवश्यकता है | आजाद़ी आन्दोलन जनता की आन्दोलन है | यह जन आन्दोलन है, महा आन्दोलन है | ईस महा अभियान में हर मधेशियों को हिस्सा लेना होगा | चामल, दाल खुद जूटाना होगा | संगठन, एकता, फोर्स अपना जगह खुद बनाना होगा |यह केवल शहर का आन्दोलन नहीं है | यह तो हर गाँव, टोल, चौक, नगर और शहर में मिलकर करना होगा | आजाद़ी आन्दोलन का नेतृत्व आपको ही संभालना है | यहाँ नेता कोई नहीं है, सभी आजाद़ी के अभियन्ता है | डा. सीके राउत कोई मसिहा नहीं है, वे तो केवल आपके सेवक और पथ-प्रदर्शक हैं | आजाद़ी का मार्ग दर्शक हैं |
आजाद़ी आन्दोलन नेताओं का आन्दोलन नहीं है | यह कार्यकर्ताओं का आन्दोलन भी नहीं है | यह आपका आन्दोलन है | सारे मधेशियों का आवश्यकता है | आजाद़ी आन्दोलन जनता की आन्दोलन है | यह जन आन्दोलन है, महा आन्दोलन है | ईस महा अभियान में हर मधेशियों को हिस्सा लेना होगा | चामल, दाल खुद जूटाना होगा | संगठन, एकता, फोर्स अपना जगह खुद बनाना होगा |यह केवल शहर का आन्दोलन नहीं है | यह तो हर गाँव, टोल, चौक, नगर और शहर में मिलकर करना होगा | आजाद़ी आन्दोलन का नेतृत्व आपको ही संभालना है | यहाँ नेता कोई नहीं है, सभी आजाद़ी के अभियन्ता है | डा. सीके राउत कोई मसिहा नहीं है, वे तो केवल आपके सेवक और पथ-प्रदर्शक हैं | आजाद़ी का मार्ग दर्शक हैं |
ईसलिए अपने गाँव, नगर, शहर की तैयारी खुद ही करें | अपनी जगह से आन्दोलन भी आप ही करे और मधेश राष्ट्र के नेता भी आप ही बनें | राष्ट्र निर्माता हम भी और आप भी बनें | आप गाँव, नगर, शहर, चौक या बजार जहाँ भी रहते हों, वहीं
• ५ से ७ स्वराज मधेश निर्माण समिति गठन कर लें,
• न्यूनतम ११ सदस्यीय युवा, किसान, विद्यार्थी, बेपारी, कर्मचारी का अलग अलग संगठन बना लें,
• ७ से ५१ सदस्यीय ५५ वर्ष से उपर उम्र रहे बुजूर्गों को रखकर स्वराज अभियान सहजीकरण समिति बना लें,
• ५१ से उपर जितनी हो सके महा-आन्दोलन अगुवाई समिति निर्माण कर लें,
• उदघोषक, विश्लेषक, राजनीति में दक्ष, योजनाकार, संगठक, प्रशिक्षक,कलाकार, IT में दखल, लेखक, पत्रकार आदि सम्मिलित मुख्य स्वराज नेतृत्व टीम बना लें,
• गाँव, टोल, नगर में रहे जनसंख्या के आधार पर प्रति ५० जन १ सक्षम एवं तालिम प्राप्त 'स्वराज स्वयं-सेवक समिति' बना लें,
• उपलब्ध स्वास्थकर्मी, वकिल, पत्रकार, अधिकारकर्मी आदि सम्मिलित १ टीम भी बना लें,
• सभी तैयारी कर लें और महा-आन्दोलन के लिए तैयार रहें |सभी गठन करने के बाद खुद या परिचित स्वराजी मार्फत सारे डेटा/सूचना केन्द्र को भेज दें | आपसे विनम्र आग्रह है |जय मधेश !
• ५ से ७ स्वराज मधेश निर्माण समिति गठन कर लें,
• न्यूनतम ११ सदस्यीय युवा, किसान, विद्यार्थी, बेपारी, कर्मचारी का अलग अलग संगठन बना लें,
• ७ से ५१ सदस्यीय ५५ वर्ष से उपर उम्र रहे बुजूर्गों को रखकर स्वराज अभियान सहजीकरण समिति बना लें,
• ५१ से उपर जितनी हो सके महा-आन्दोलन अगुवाई समिति निर्माण कर लें,
• उदघोषक, विश्लेषक, राजनीति में दक्ष, योजनाकार, संगठक, प्रशिक्षक,कलाकार, IT में दखल, लेखक, पत्रकार आदि सम्मिलित मुख्य स्वराज नेतृत्व टीम बना लें,
• गाँव, टोल, नगर में रहे जनसंख्या के आधार पर प्रति ५० जन १ सक्षम एवं तालिम प्राप्त 'स्वराज स्वयं-सेवक समिति' बना लें,
• उपलब्ध स्वास्थकर्मी, वकिल, पत्रकार, अधिकारकर्मी आदि सम्मिलित १ टीम भी बना लें,
• सभी तैयारी कर लें और महा-आन्दोलन के लिए तैयार रहें |सभी गठन करने के बाद खुद या परिचित स्वराजी मार्फत सारे डेटा/सूचना केन्द्र को भेज दें | आपसे विनम्र आग्रह है |जय मधेश !
"अबकी बार एक ही मांग, जनमत संग्रह का हो ऐलान !"
"नेपाली उपनिवेश अन्त हो, मधेश देश स्वतन्त्र हो !!"
"नेपाली उपनिवेश अन्त हो, मधेश देश स्वतन्त्र हो !!"
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